Dhanteras – काशी की देवी करती है मनोकामना पूर्ण !
कि माता ने स्वयं भगवान शिव को भोजन खिलाया था. जिस की गवाही मंदिर की दीवारों पर बने चित्र देते हैं.साल में केवल चार दिन दर्शन देती हैं मां अन्नपूर्णा।
PUBLISHED By -LISHA DHIGE
Dhanteras Special 2022: वाराणसी को मंदिरों का शहर भी कहते हैं. इन मंदिरों की श्रृंखला में काशी का एक ऐसा मंदिर है जो काफी अनोखा है. क्योंकि इस मंदिर का कपाट साल में केवल चार दिन ही खुलता हैं. हम बात कर रहे हैं काशी के प्रसिद्ध माता अन्नपूर्णा मंदिर की. इन्हें तीनों लोकों में धन-धान्य और खाद्यान्न की देवी माना जाता है
Varanasi is also known as the city of temples. In the series of these temples, there is one such temple of Kashi which is quite unique. Because the doors of this temple are opened only for four days in a year. We are talking about the famous Mata Annapurna Temple of Kashi. She is the goddess of wealth and food grains in the three worlds.
कहा जाता है कि माता ने स्वयं भगवान शिव को भोजन खिलाया था. जिस की गवाही मंदिर की दीवारों पर बने चित्र देते हैं.साल में केवल चार दिन दर्शन देती हैं मां अन्नपूर्णा। अगर मिल जाए माता का खजाना, तो हमेशा भरी रहेगी तिजोरी।
It is said that the mother herself had fed food to Lord Shiva. The testimony of which is given by the pictures made on the walls of the temple. Mother Annapurna gives darshan only four days in a year. If you get the treasure of the mother, then the vault will always be full.
साल में केवल चार दिन “धनतेरस, छोटी दीवाली , बड़ी दीवाली और अन्नकूट” को खुलते हे कपाट। यह अन्नकूट महोत्सव गोबर्धन पूजा के दिन आयोजित होता है. धनतेरस को माता जी का खजाना खुलता है, उस खजाने में से भक्तों को धान, लावा और सिक्के का प्रसाद दिया जाता है.
Only four days in a year, “Dhanteras, Choti Diwali, Badi Diwali and Annakoot” are open the doors. This Annakoot festival is organized on the day of Gobardhan Puja. Mother’s treasury is opened on Dhanteras, out of that treasure, offerings of paddy, lava and coins are given to the devotees.
धान, सिक्के और लावा लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने पर कभी पैसे की कमी नहीं रहती. हमेशा माता अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है।
There is never any shortage of money if paddy, coins and lava are tied in red cloth and kept in the vault. May the blessings of Mother Annapurna always remain.