शिवमहापुराण : पंडित प्रदीप मिश्रा का प्रवचन सुनने उमड़े लोग !
राज्यपाल, पूर्व CM समेत कई नेता भी पहुंचे
PUBLISHED BY -LISHA DHIGE
रायपुर शहर में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है, जिसमें पंडित प्रदीप मिश्र के प्रवचन सुनने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. गुढियारी के दही हांडी मैदान में आयोजित शिव महापुराण कथा को श्रद्धालु बड़े चाव से सुन रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद सुनील सोनी, विकास उपाध्याय, राजेश मूणत और एजाज ढेबर समेत कई नेता गुरुवार को यहां पहुंचे. Shiv Mahapuran Katha has been organized in Raipur city, in which people are coming from far and wide to listen to the discourses of Pandit Pradeep Mishra. Devotees are listening with great fervor to the Shiva Mahapuran Katha organized at Dahi Handi Maidan of Gudhiyari. Many leaders including former Chief Minister Dr. Raman Singh, MP Sunil Soni, Vikas Upadhyay, Rajesh Munat and Ejaz Dhebar reached here on Thursday.
बुधवार को कथा के पहले दिन राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी पहुंची थीं। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर, एमपी) ने अपने प्रवचन में बेलपत्र के गुण बताए और कहा कि भगवान शिव को दूध और बेलपत्र दोनों ही प्रिय हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बेलपत्र को ऊपरी जेब में रखने से हृदय में रक्त का प्रवाह ठीक से होता है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने मानव जन्म होने के लाभ बताते हुए शबरी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि शबरी श्रीराम के रास्ते में आने वाले कंकड़ को हटा देती थी । बाद में, भगवान श्री राम ने भी उन्हें दर्शन दिए और उनके जूठे बेर को खा लिया।
State Governor Anusuiya Uikey had also reached the first day of the Katha on Wednesday. Narrator Pandit Pradeep Mishra (Sehore, MP) in his discourse described the merits of Bel leaves and said that both milk and Bel leaves are dear to Lord Shiva. He also said that keeping Belpatra in the upper pocket helps in proper flow of blood in the heart.Pandit Pradeep Mishra gave the example of Shabari while explaining the benefits of having a human birth. He said that Shabari used to remove the pebbles that came in the way of Shri Ram. Later, Lord Shri Ram also appeared to him and ate his leftover plum.
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि शबरी की तरह हमें भी दूसरों की राह में आने वाले कंकड़ को हटाना चाहिए. जिससे भगवान शिव स्वयं उन्हें दर्शन देने आएंगे और जातक का जीवन सफल होगा। आचार्य प्रदीप मिश्रा ने कहा कि”हम शिव के हैं और शिव हमारे हैं, सभी समस्याओं का समाधान का एक लोटा जल”। इसके बाद यहां भजन संध्या का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालु भाव-विभोर होकर नाचते नजर आए।
Pandit Pradeep Mishra said that like Shabri, we should also remove the pebbles that come in the way of others. Due to which Lord Shiva himself will come to see him and the life of the person will be successful. Acharya Pradeep Mishra said that “We belong to Shiva and Shiva is ours, the solution to all problems is a lot of water”. After this, Bhajan Sandhya was also organized here, in which devotees were seen dancing with enthusiasm.
ट्रैफिक जाम, व्यवस्थाएं हुईं फेल
गुढियारी के दही हांडी मैदान में लोगों की संख्या उम्मीद से ज्यादा होती जा रही है. जिससे रायपुर ट्रैफिक पुलिस का रूट प्लान भी फेल हो रहा है। इस क्षेत्र की सड़कों पर अक्सर ट्रैफिक जाम और पार्किंग की समस्या भी होती है। यहां वाहनों की लंबी कतार लग रही है। हालांकि, लोगों की सुविधा के लिए आयोजकों ने पार्किंग स्थल से कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए बैटरी से चलने वाले वाहनों की भी व्यवस्था की है
The number of people in the Dahi Handi ground of Gudhiyari is becoming more than expected. Due to which the route plan of Raipur Traffic Police is also failing. The roads in this area are also often prone to traffic jams and parking problems. There is a long queue of vehicles here. However, for the convenience of the people, the organizers have also arranged for battery operated vehicles to move from the parking lot to the venue.
हेल्प डेस्क की व्यवस्था
कथा सुनने के लिए आने वाले लोगों की आयोजक मदद कर रहे हैं। रायपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजन समिति के लोग भी हैं, जो मेहमानों का स्वागत कर उन्हें कथा तक पहुंचने का रास्ता बता रहे हैं. कथा सुनने के लिए वीआईपी भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इनमें नेता, सांसद, पूर्व सीएम, विभिन्न विभागों के अधिकारी, व्यवसायी और शहर के गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं.
The organizers are helping the people who come to hear the story. There are also people from the organizing committee at Raipur railway station, who are welcoming the guests and telling them the way to reach the story. VIPs are also reaching in large numbers to hear the story. These include leaders, MPs, former CMs, officials of various departments, businessmen and dignitaries of the city.
शिव महापुराण में रायपुर ही नहीं अन्य जिलों से भी लोग पहुंच रहे हैं। पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले ने छत्तीसगढ़ में चंपेश्वर महादेव की उत्पत्ति पर प्रकाश डाला। साथ ही छत्तीसगढ़ में जन्में महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्म कथा भी बताई। उन्होंने अपनी मां इलामा गारू और पिता लक्ष्मण भट्ट की कहानी से शुरुआत की। साथ ही भक्तों से श्री शिवाय नमस्तुभ्यं के नारे भी लगवाए गए। लोगों ने जय भोलेनाथ के नारे भी लगाए।
In Shiv Mahapuran, people are reaching not only from Raipur but also from other districts. On the first day, International Narrator Pandit Pradeep Mishra Sehore Wale threw light on the origin of Champeshwar Mahadev in Chhattisgarh. Also told the birth story of Mahaprabhu Vallabhacharya born in Chhattisgarh. He started with the story of his mother Elama Garu and father Laxman Bhatt. Along with this, slogans of Shri Shivaya Namastubhyam were also made to the devotees. People also raised slogans of Jai Bholenath.