Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
अपराध

छत्तीसगढ़ में हत्या कांड पर हुआ सियासी बवाल !!

BJP बोली- मर्डर में छत्तीसगढ़ ने यूपी बिहार को भी पीछे छोड़ा, कांग्रेस ने कहा- क्राइम कम हुआ

( Published by – Lisha Dhige )

रायपुर ।। पिछले 4 दिनों में दुर्ग, जशपुर और भिलाई में हत्या के कुछ मामले सामने आए हैं। बैक टू बैक मर्डर को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को घेरने का काम किया। अब बीजेपी ने कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.

प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख अमित चिमनानी ने रविवार को दुर्ग से निकले नरसंहार का उदाहरण दिया। इस मामले में 26 वर्षीय युवक की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई. चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस शासन में हत्या, रेप के मामलों में छत्तीसगढ़ ने यूपी, बिहार को पीछे छोड़ दिया है.

एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए चिमनानी ने कहा कि यूपी में हत्या की दर 1.06, बिहार में 2.03 और छत्तीसगढ़ में 3.04 फीसदी है. कांग्रेस के महज तीन साल के कार्यकाल में अब तक 3 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और अब भी यह आंकड़ा थमने के बजाय तेज रफ्तार से बढ़ रहा है

छत्तीसगढ़ से आगे हैं यूपी-MP

कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा चाहे कितना भी झूठ बोले, एनसीआरबी की रिपोर्ट सच कह रही है, वर्तमान में रमन सरकार के समय में हो रही आपराधिक घटनाओं में 50 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है. ठाकुर ने एनसीआरबी के आंकड़ों पर भी दावा किया और कहा कि भाजपा सरकार के दौरान बलात्कार के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 2018 में प्रति लाख जनसंख्या पर अपराध के मामले में पहले स्थान पर था और वर्ष 2017 में दूसरे स्थान पर था.

वर्ष 2021 में कांग्रेस शासन में इस अपराध पर प्रभावी ढंग से काबू पाया गया था, आज छत्तीसगढ़ 9वें स्थान पर है। सामूहिक दुष्कर्म, दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश देश में पहले नंबर पर, असम दूसरे नंबर पर, मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर और महाराष्ट्र चौथे नंबर पर है.

पिछले महीने आए केंद्र सरकार के आंकड़े

पिछले महीने आए एनसीआरबी के आंकड़ों में कहा गया था कि राज्य में गंभीर अपराध बढ़े हैं. छत्तीसगढ़ में आईपीसी और स्पेशल लोकल स्पेशल और लोकल छत्तीसगढ़ में आईपीसी और स्पेशल एंड लोकल लॉ के मुताबिक 2019 में 96561, 2020 में 103173 और 2021 में 110633 मामले दर्ज किए गए। ये सभी मामले हत्या, बलात्कार, अपहरण, दंगा, डकैती जैसे मामले हैं। उन्हें संज्ञेय अपराधों की श्रेणी में रखा गया है।

इसके एवज में राज्य के गृह विभाग ने कहा- वर्ष 2018 तक छत्तीसगढ़ बलात्कार के मामले में 5वें स्थान पर था. वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ का स्थान 12वां है. रेप के मामले कम हुए हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र इस सूची में शीर्ष राज्यों में शामिल हैं। हाल ही में कानून-व्यवस्था पर बीजेपी द्वारा उठाए गए सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था, क्या बीजेपी के लोग यहां यूपी जैसी व्यवस्था चाहते हैं जहां मंत्री के बेटे लोगों को मारते हैं और कोई कार्रवाई नहीं होती है, यहां हर मामले में पुलिस है। गिरफ्तारियां कीं, चाहे कुछ भी हो जाए, उसे बख्शा नहीं जाता, यहां कानून का राज है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button