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शिक्षा एवं रोजगार

इंजीनियरिंग में इस साल भी 7952 सीटें खाली :

प्रदेश में इंजीनियरिंग, कृषि, बागवानी, बीएड, डीएलएड समेत अन्य संस्थानों में दाखिले के लिए काउंसलिंग चल रही है. लेकिन इस साल हर कॉलेज में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई हैं

( PUBLISHED BY -LISHA DHIGE )

प्रदेश में इंजीनियरिंग, कृषि, बागवानी, बीएड, डीएलएड समेत अन्य संस्थानों में दाखिले के लिए काउंसलिंग चल रही है. लेकिन इस साल हर कॉलेज में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई हैं। अधिकांश छात्रों की इंजीनियरिंग कॉलेजों में रुचि कम हो गई है। दो चरणों की काउंसलिंग के बाद भी इंजीनियरिंग की 7952 सीटें खाली हैं। ऐसे में अब कॉलेज को ही दाखिले की जिम्मेदारी दी जा रही है।

इसी तरह बीएससी एग्रीकल्चर और बीएससी हॉर्टिकल्चर में भी दाखिले कम हो रहे हैं। पहले इन कॉलेजों में दाखिले के लिए होड़ मची थी, लेकिन इस बार तीन चरणों की काउंसलिंग के बाद 605 सीटें खाली रह गई हैं। अकेले बीएड में ही दस हजार से ज्यादा सीटों पर दाखिला हो चुका है। जो सीटें खाली हैं, उन्हें भी आवंटित कर दिया गया है। हालांकि इस बार भी डीएलईडी की सीटें खाली रहने की संभावना है। दो राउंड में चार सूचियां जारी होने के बाद भी डी.एल.एड की 1800 सीटें खाली हैं।

इंजीनियरिंग कॉलेजों पर डाली जिम्मेदारी, खुद भरें सीटें
प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में खाली सीटों को भरने की जिम्मेदारी अब कॉलेजों पर ही डाल दी गई है। रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए संस्थानवार काउंसलिंग होगी। इसके लिए 10 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से 11 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है.

प्रदेश के 34 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 11514 सीटों के लिए काउंसलिंग हो रही है। दो चरणों के बाद 3562 सीटों पर प्रवेश हुआ है। 7952 सीटें अभी भी खाली हैं। संस्थानवार काउंसलिंग में दो बार सूची जारी की जाएगी। पहली लिस्ट 13 अक्टूबर को आएगी। इस काउंसलिंग में छात्र एक ही कॉलेज का चयन कर सकेंगे।

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