Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
राष्ट्रीय

वाराणसी में रोपवे का विरोध! कुलपति सहित छात्रों ने उठाए सवाल

आकाश मिश्रा ✍️

वाराणसी। यूपी के वाराणसी में रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर बवाल हो गया है। टेंडर प्रक्रिया से पहले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) के कुलपति ने इस पर सवाल उठाए हैं. इसका विरोध कुलपति के साथ-साथ विवि के छात्रों ने भी शुरू कर दिया है। शनिवार को छात्रों ने कैंपस से गुजरने वाले रोपवे और कैंपस में प्रस्तावित स्टेशन को शिफ्ट करने की मांग उठाई.

बता दें कि वाराणसी में कैंट से गोदौलिया तक प्रस्तावित रोपवे के लिए 5 स्टेशनों की पहचान की गई है, जिसमें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एक स्टेशन भी प्रस्तावित है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि वाराणसी में प्रस्तावित रोपवे योजना में विश्वविद्यालय परिसर में छह स्तंभ और एक स्टेशन प्रस्तावित है. इससे विश्वविद्यालय की सुरक्षा और गोपनीयता दोनों को खतरा है। रोपवे को कुलपति के आवास से परिसर में स्थित महिला छात्रावास तक जाना पड़ता है, जो भविष्य में उन छात्राओं की निजता को खतरे में डाल सकता है।

सरकार को लिखा पत्र
इसके अलावा पूरी दुनिया में एकमात्र भारत माता मंदिर और विश्वविद्यालय का पेंटिंग विभाग भी प्रभावित होगा। प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि हमने इस संबंध में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी सरकार को भी पत्र लिखा है, जिसमें हमने बताया है कि विश्वविद्यालय के पास पहले से ही कम जमीन है और कई नए छात्रावास भी बन रहे हैं. किया जाना है। ऐसे में अगर इस योजना के तहत कोई स्टेशन बनाया जाता है तो इससे भविष्य में विश्वविद्यालय में छात्रों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पाएंगी.

डीपीआर . में परिवर्तन
वहीं, छात्रों की माने तो विश्वविद्यालय में रोपवे स्टेशनों के निर्माण से विश्वविद्यालय में बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ेगी. इससे कैंपस का माहौल खराब हो सकता है। इसलिए हमारी मांग है कि रोपवे प्रोजेक्ट की डीपीआर में बदलाव किया जाए।

bulandmedia

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button