पश्चिम बंगाल सरकार और आंदोलनकारी डॉक्टरों के बीच गतिरोध समाप्त करने की कोशिश
कोलकाता । पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जारी डॉक्टरों के आंदोलन को समाप्त करने के उद्देश्य से चिकित्सकों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। बंगाल के मुख्य सचिव, मनोज पंत, ने बताया कि डॉक्टरों को आज शाम 5 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर बैठक के लिए बुलाया गया है। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा है कि वे पहले आपसी चर्चा करेंगे और उसके बाद ही मुख्यमंत्री से मुलाकात को लेकर अंतिम निर्णय लेंगे।
मुख्य सचिव ने अपने संदेश में लिखा, “यह पाँचवीं और अंतिम बार है, जब हम आपको मुख्यमंत्री और प्रतिनिधियों के साथ बैठक के लिए संपर्क कर रहे हैं। आपकी सहमति का इंतजार कर रहे हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग या वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। हालांकि, बैठक के मिनट्स रिकॉर्ड किए जाएंगे और दोनों पक्षों से हस्ताक्षर लिए जाएंगे।
डॉक्टरों का विरोध जारी, बैठक पर मंथन
आंदोलनकारी डॉक्टरों ने सरकार के इस आमंत्रण का जवाब देते हुए कहा कि वे पहले आपस में चर्चा करेंगे और फिर यह निर्णय लेंगे कि बैठक में भाग लेना है या नहीं। सरकारी अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों ने 9 अगस्त से एक साथी डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के विरोध में काम बंद कर रखा है, जिससे अस्पतालों में गंभीर संकट की स्थिति बनी हुई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील
इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार शाम अपने आवास पर डॉक्टरों को बैठक के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, डॉक्टरों ने बैठक का सीधा प्रसारण करने की मांग की थी, जिसे सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया। इसी कारण दोनों पक्षों के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकी थी।
मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से कहा था, “आप लोग बैठक में हिस्सा लें और बारिश में न भीगें। हम बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग करेंगे और सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद आपको इसकी प्रति दी जाएगी।” ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से अपील की थी कि वे उनके इस निवेदन को स्वीकार करें और गतिरोध समाप्त करने में सहयोग करें।
मुख्यमंत्री का भावुक संदेश
ममता बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से कहा था, “आपने कहा कि आप मुझसे मिलना चाहते हैं, इसलिए मैं आपका इंतजार कर रही हूँ। कृपया मेरा इस तरह अपमान न करें। इससे पहले भी तीन बार मैं इंतजार करती रही, लेकिन आप लोग नहीं आए।”
अब सभी की नजरें डॉक्टरों की बैठक पर टिकी हैं, जहां यह तय किया जाएगा कि वे सरकार के साथ बातचीत करेंगे या नहीं।