रायपुर । पुलिसिंग के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे अधिकारी कर्मचारी को प्रोत्साहित करने के लिए एसएसपी संतोष सिंह ने हर महीने ‘कॉप ऑफ द मंथ’ पुरस्कार देने की शुरुआत की है।
निरीक्षक सचिन सिंह थाना प्रभारी मंदिर हसौद के द्वारा चुनाव आचार संहिता के दौरान कैश, शराब व ड्रग्स आदि की धरपकड़ में प्रभावी कार्यवाही, प्रधान आरक्षक सत्यवान भगत यातायात के द्वारा बीट क्षेत्र में लगन व मेहनत से यातायात संचालित करने का कार्य; आरक्षक टीकम साहू कार्यालय सीएसपी विधानसभा के द्वारा सौपे गये कार्यो को सुचारू रूप से संपादन करने, आरक्षक दिलीप जांगड़े एसीसीयू द्वारा पांच अलग-अलग सोने की चेन लूट के आरोपियों को पकड़ने में योगदान हेतु, सउनि सैय्यद इरफान व आरक्षक मुनीर रजा एसीसीयू द्वारा देश भर में नकली सोना को गिरवी रखकर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग को पकड़ने हेतु, उपनिरीक्षक सुनील वर्मा व प्रधान आरक्षक भुनेषश्वर साहू को थाना विधानसभा द्वारा आमासिवनी में पुलिसकर्मी की पत्नि जॉली के हत्याकांड के आरोपियों की पतासाजी के लिए, आरक्षक नितेष सिंह राजपूत एसीसीयू द्वारा 601 गुम-चोरी की मोबाईल की बरामदगी हेतु, आरक्षक खिलेष्वर साहू थाना मंदिर हसौद द्वारा ऑनलाईन फ्राड की शिकायत पर रकम वापसी व मोबाईल वापसी संबंधी सराहनीय कार्य हेतु, ट्रांसजेंडर आरक्षक शंकर यादव थाना टिकरापारा द्वारा थाने के सौंपे गये कार्यो को अत्यंत ही लगन व मेहनत से कार्य संपादन करने पर, आरक्षक केशव सिन्हा एसीसीयू द्वारा निजात अभियान के तहत बड़ी संख्या में नशीले टेबलेट व गांजा आदि के धरपकड़ में प्रभावी कार्यवाही किये जाने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा कॉप ऑफ द मंथ सम्मान से एसपी कार्यालय में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सीएसपी अमन झा सहित अन्य कार्यालयीन अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। चुने गए कर्मचारियों को नगद ईनाम एवं गुड सर्विस एंट्री व प्रशंसापत्र के साथ ही उनका फोटो समस्त पुलिस कार्यालयों और जिले के सभी थाना व चौकी के नोटिस बोर्ड पर पूरे माह के लिए लगा रहेगा। इससे दूसरे पुलिसकर्मी भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। एसएसपी ने कहा कि जनता से अच्छा व्यवहार जिम्मेदारी एवम निष्ठापूर्वक कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को हमेशा सम्मानित किया जाएगा वही अवैध काम में लिप्त व अनुशासनहीनता व पदीय कर्तव्य निर्वहन में लापरवाहीपूर्ण आचरण करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही मार्च माह में एक को सेवा से पृथक और तीन को निलंबित किया गया। महिला आरक्षक ज्योति ठाकुर रक्षित केन्द्र को पिछले तीन साल से कर्तव्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने पर सेवा से बर्खास्त किया गया। दो आरक्षकों को अभिरक्षा से बंदी के के फरार हो जाने पर और एक आरक्षक को ड्यूटी के दौरान शराब सेवन कर रेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाकर हो-हल्ला करने पर निलंबित किया गया है।