गरियाबंद। राजिम कुंभ कल्प मेला में ऐलोपैथिक, आयुर्वेदिक के अलावा जड़ी-बूटी की मांग देखी जा रही है। मेला क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर जड़ी-बूटियो की दुकाने लगी हुई है, जहां मेलार्थी की भीड़ देखी जा रही है। जड़ी-बूटी बेचने आए देवीराम नेताम चारामा ने बताया कि मेरे पास हनुमान गरूड़ है।
जिसको घर में रखने पर सांप, बिच्छू जैसे जहरीले कीट नहीं आते है। इससे घर में सुख शांति समृद्धि रहती है। उन्होंने तेजिया पेड़ से प्राप्त तेजिया फल के बारे में बताया कि इस फल को सरसों के तेल के साथ गरम करके लगाने पर विभिन्न दर्द के लिए रामबाण इलाज है। नागफनी जो बाईस प्रकार के बवासीर को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस मेले में जड़ी-बूटी बेचने का एकमात्र मेरा उद्देश्य अंग्रेजी दवाओ से शरीर को होने वाले हानियों से बचाना है।
उन्होंने कहा कि जब तक हो सके शरीर के लिए जड़ी-बूटी का ही उपयोग करना चाहिए। रामायण में देखाया गया है कि संजीवनी बूटी से ही लक्ष्मण पुनर्जीवित होता है।
स्थानीय मेलार्थी कोमल सिंह सहित अन्य ने बताया कि जड़ी बूटी लाने वाले व्यापारियों का साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं। आज भी स्थानीय व बाहर से आने वाले मेलार्थी इन उत्पादों को विश्वसनीयता की नजर से देखते हैं।