बिलाईगढ़। शिवसेना के पदाधिकारियों ने रविवार को रैली निकाल कर नगर पंचायत अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल नारेबाजी की और नगर पंचायत अधिकारी का पुतला दहन करने की कोशिश की। पुतला दहन नाकाम होने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा गया।
दरसल नगर पंचायत द्वारा नगर में किये गये विभिन्न कार्यों की जाँच की माँग को लेकर शिकायत की गई थी। लेकिन उस पर नगर पंचायत द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं कि गई। जिसके विरोध में शिवसेना के पदाधिकारियों ने रविवार को रैली निकालकर नगर पंचायत अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाये। वहीं प्रदर्शन के दौरान नगर पंचायत के अधिकारी भी अपनी टीम के साथ शिवसेना के प्रदर्शन के बीच आ गई और फोटो खिंचवाने की बात कहती हुई अपनी टीम को बुला लिया, फिर खुद हरहर महादेव की नारें लगाने लगी। जिसके बाद शिवसेना के पदाधिकारियों में आक्रोश और बढ़ गया फिर नारेबाजी करने लगे। गनीमत रही कि दोंनो पक्षों के बीच वाद-विवाद नहीं हुआ।
जिम्मेदार अधिकारी द्वारा किये गये इस कार्य को शिवसेना ने गलत बताया और इसकी शिकायत करने की बात कहीं। महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योती सिंग व जिलाध्यक्ष गगन वैष्णव की मानें तो नगर पंचायत के शासकीय भूमि डबरी तालाब एवं गांजी हॉउस को बेच दिया गया और नगर में भ्रष्टाचार किया गया हैं जिसकी जाँच करने की मांग की गई है। फिर आगे थाना प्रभारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी अमृत भार्गव ने भी मीडिया को बताया कि वे अपने दल-बल के साथ कार्यक्रम में आए थे और इनका प्रदर्शन शांति पूर्वक किया गया कोई अप्रिय नहीं हुईं। लेकिन नगर पंचायत अधिकारी भी अपनी टीम के साथ मतदाता जागरूकता के रूप में आ गई।
ऐसे में नगर पंचायत अधिकारी की कार्यशैली व पुलिस टीम की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठना लाजमी हैं।