छत्तीसगढ़

उल्लास कार्यक्रम साक्षर और असाक्षर को मिलाने का काम करेगा

रायपुर । ‘उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम‘ के क्रियान्वयन के लिए जिला अधिकारियों एवं स्रोत व्यक्तियों के तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में संबोधित करते हुए राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् (एससीईआरटी) और राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण (एसएलएमए) के संचालक राजेंद्र कुमार कटारा ने कहा कि उल्लास कार्यक्रम साक्षर और असाक्षर को मिलाने का काम करेगा। एक पढ़ी-लिखी दुनिया व दूसरी असाक्षरांे की दुनिया से आप सभी को उल्लासपूर्वक कार्य करते हुए पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में साक्षरता का उल्लास फैलाना है। यह पूरा कार्यक्रम हाइब्रिड मोड में संचालित होगा अर्थात ऑनलाईन और ऑफलाईन दोनों ही मोड में उपलब्ध होगा। राज्य में इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है। एससीईआरटी और एसएलएमए छत्तीसगढ़ द्वारा राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन एससीईआरटी रायपुर में किया जा रहा है। श्री कटारा ने कहा कि साक्षरता कार्यक्रम राज्य में पहले भी संचालित रहा है, इसलिए जिलों में जो भी बेस्ट प्रेक्टीसेस है, उनका उपयोग हम उल्लास में करे ताकि उनका लाभ हमारे शिक्षार्थियों को मिल सकें। शिक्षार्थियों के लिए उल्लास प्रवेशिका प्रदेश की परिस्थितियों के अनुरूप बनाया जाना है। छत्तीसगढ़ प्रदेश विविधिताओं से भरा है, यहाँ कला, संस्कृति, बोली, भाषा, लोक गीतों की भरमार है, बेहतर हो कि उल्लास कार्यक्रम में हम इनका उपयोग शिक्षार्थियों को सीखाने में करें। हमारी उल्लास प्रवेशिका आकर्षक और बुनियादी साक्षरता संख्या ज्ञान के अवधारणा को पूर्ण करने वाली हो।

कार्यशाला में अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी जे.पी. रथ ने कहा कि साक्षरता का उद्देश्य समानता की ओर लेकर जाना है, असाक्षर लोगों को मुख्यधारा में शामिल करना है। हमें इस कार्यक्रम में मिलकर कार्य करना है तभी सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा असाक्षरों को इतना साक्षर कर दें कि उन्हें अपने अधिकारों व कर्तव्यों के साथ कैसे जीना है यह समझ पाए। इन्हीं अनेक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की शुरुवात छत्तीसगढ़ में की जा रही है।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार पाण्डेय ने प्रस्तुत किया एवं पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के परिपेक्ष्य में उल्लास कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

राष्ट्रीय साक्षरता केंद्र प्रकोष्ठ एनसीईआरटी के सलाहकार अमन गुप्ता और जेपीएफ़ भावना खेरा द्वारा उल्लास प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में उल्लास के लक्ष्य, घटक, उद्देश्य एवं दिशा-निर्देश की जानकारी दी गई। द्वितीय सत्र में जूनियर प्रोजेक्ट फेलो सीएनसीएल, एनसीईआरटी भावना खेरा के द्वारा उल्लास राष्ट्रीय साक्षरता केंद्र प्रकोष्ठ एवं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा की गई डिजिटल पहल- उल्लास एप्प, सबके लिए शिक्षा वर्टिकल (दीक्षा पोर्टल), एनसीईआरटी ऑफिसियल यू-ट्यूब, सीएनसीएल पेज के बारे विस्तृत जानकारी देकर उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के उद्देश्यों को स्पष्ट किया। कार्यक्रम का संचालन एसएलएमए के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार पाण्डेय और आभार प्रदर्शन एससीएल प्रभारी डेकेश्वर प्रसाद वर्मा द्वारा किया गया।

bulandmedia

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