22 जनवरी 2024 को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अतिथियों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करना होगा जिनके लिए मंदिर परिसर में आठ हजार कुर्सियां लगाई जा रही हैं। महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के 25 वाद्य यंत्रों से रामलला का अभिनंदन किया जाएगा।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक किया। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ व आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य संपन्न कराएंगे।
बता दे की 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य व 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, जनजातीय परंपराओं की उपस्थिति देश के निकटवर्ती इतिहास में पहली बार हो रही है। यह अपने आप में अद्भुत होगा। मंदिर के निर्माण से जुड़े 500 से अधिक लोग, जिन्हें इंजीनियर ग्रुप का नाम दिया गया है, भी शामिल होंगे।