अपने बच्चे को सोशल मीडिया के मायाजाल से रखे दूर !
एएसपी सिटी रायपुर अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत 2022 में 424 नाबालिगों को लौटाकर उनके परिजनों से मिलाया
PUBLISHED BY – LISHA DHIGE
सोशल मीडिया के भ्रम व परिजनों की लापरवाही से नाबालिग घर छोड़ कर चली जाती हैं। परिवार के सदस्यों द्वारा उपेक्षित होने और अकेला परिवार होने के कारण नाबालिग की गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रहता और वह घर से भाग जाती है। पुलिस जांच के दौरान नाबालिगों के घर छोड़ने के दो मुख्य कारण सामने आए। पहला कारण प्रेम प्रसंग और दूसरा कारण परिवार वालों की फटकार, हालांकि पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत अभियान चलाकर कई परिवारों की खुशियां लौटा दी हैं. पुलिस के इस अभियान के बाद भी कई नाबालिग अब तक घर नहीं पहुंचे हैं.
नाबालिगों के लापता होने में रायपुर नंबर-1
आंकड़ों के मुताबिक लापता नाबालिगों के मामले में रायपुर पहले नंबर पर है। रायपुर में अब तक 9 हजार 32 नाबालिग लापता हो चुके हैं। इसके अलावा, किले में 6,408 नाबालिग खो गए थे। लापता नाबालिगों का पता लगाने के लिए पुलिस युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है। रायपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार गुमशुदा नाबालिगों की घर पर ही एक-एक फाइल तैयार कर जांच की जा रही है. रायपुर में नाबालिगों को खोजने में गुढ़ियारी पुलिस ने 2022 में बेहतरीन काम किया है।
सोचने समझने की क्षमता कम
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि कम उम्र में सोचने-समझने की क्षमता कम होती है। इस उम्र में माता-पिता को यह याद रखना चाहिए कि उनका बच्चा बड़ा हो रहा है, उन्हें उनके प्रति दोस्ताना व्यवहार रखना चाहिए। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि बच्चों को सोशल नेटवर्क पर ज्यादा समय नहीं देना चाहिए। मोबाइल फोन की बदौलत बच्चे सोशल नेटवर्क पर सक्रिय हैं। रील और फालतू वीडियो और न्यूज देखने से उनकी सोच पर असर पड़ता है। कुछ विकृति है। इससे बच्चे बुरी संगत में पड़ जाते हैं।
रायपुर पुलिस से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार ऑपरेशन स्माइल अभियान की बदौलत वर्ष 2022 में जिले, पड़ोसी जिलों व अन्य राज्यों से 424 नाबालिगों को रेस्क्यू कर सकुशल घर लौटाया गया. बहाल किए गए नाबालिगों में 110 लड़के और 314 लड़कियां हैं। मंत्रालय के अधिकारी नाबालिगों के प्रवर्तन की प्रक्रिया जारी रखने की बात करते हैं।
एएसपी सिटी रायपुर अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत 2022 में 424 नाबालिगों को लौटाकर उनके परिजनों से मिलाया गया. ऑपरेशन मुस्कान के तहत नाबालिगों को बरामद करने का अभियान चलाया जा रहा है।