Ujjain Tourist Places for 2023 !!
उज्जैन का भ्रमण करने के लिए यदि आप दिसंबर या जनवरी के समय जाते हैं तो आपको एक स्वेटर साथ में रखने की जरूरत रहेगी
PUBLISHED BY -LISHA DHIGE
उज्जैन शहर देश भर में पर्यटन स्थलों के कारण काफी प्रसिद्ध है। यहां धार्मिक संस्कृति से जुड़े कई पर्यटन स्थल हैं, जहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं।
उज्जैन शहर में लगने वाला कुंभ मेला 12 साल में एक बार ही लगता है और देश भर से लाखों लोग इस कुंभ मेले में घूमने आते हैं। यह मेला 12 दिनों तक चलता है।कथाओं के अनुसार यह भी बताया जाता है कि देवताओं और दैत्यों के बीच अमृत की खोज के लिए होड़ लगी थी और इस होड़ में एक-दूसरे का पीछा करते हुए अमृत की एक बूंद उज्जैन नगरी पर गिरी थी। यही कारण है कि आज भी इस नगर को पवित्र नगरी का उद्गम प्राप्त है।
महाकालेश्वर मंदिर
महाकालेश्वर मंदिर जिसे हिंदुओं का सबसे पवित्र और उत्कृष्ट तीर्थ स्थान माना जाता है। महाकालेश्वर मंदिर जो मध्य प्रदेश में रुद्र सागर झील के किनारे स्थित है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि के दिन विशाल मेले का आयोजन किया जाता है।
यहां सुबह 4:00 बजे की जाने वाली आरती देखने लायक होती है। उज्जैन में मंदिर परिसर में शांति बनाए रखने के लिए कई नियम बनाए गए हैं। उन नियमों का पालन हर उस भक्त को करना होता है जो आरती देखता है। उज्जैन का यह मंदिर सुबह 4:00 बजे से 11:00 बजे तक खुला रहता है।
राम मंदिर घाट
उज्जैन में स्थित राम मंदिर घाट सभी हिंदू धर्म के लोगों के लिए धार्मिक पर्यटन स्थल माना जाता है। हिंदुओं के लिए राम घाट पर स्नान करना पुण्य का कार्य माना जाता है। उज्जैन में हर 12 साल में जो कुंभ मेला लगता है, उस मेले में आने वाले सभी श्रद्धालु राम मंदिर घाट पर स्नान करते हैं।
मान्यता है कि राम मंदिर के घाट पर स्नान करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं। सुबह और शाम के समय राम मंदिर घाट का नजारा बेहद आकर्षक होता है।
उज्जैन का कुंभ मेला
कुंभ मेला हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण तीर्थ माना जाता है। यह कुंभ मेला भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। उज्जैन में लगने वाला 12 साल का कुंभ मेला जिसमें दुनिया भर से हिंदू बर्बादी करने आते हैं और यहां की पवित्र नदी में स्नान करते हैं।
उज्जैन में लगने वाला यह मेला 12 साल में एक बार लगता है। लेकिन एक बार लगाने के बाद यह 12 दिन तक चलता है। शिप्रा नदी और सरस्वती नदी का महा संगम उज्जैन में होता है और इस विशाल कार्निवाल को कुंभ मेले का मुख्य स्थल भी माना जाता है।
पिछला कुंभ मेला साल 2016 में उज्जैन में लगा था और अब 2028 में फिर से उज्जैन में भव्य कुंभ मेले का आयोजन होगा. कुंभ मेले का नजारा बहुत ही आकर्षक होता है और उज्जैन में घूमने की जगहों में कुंभ मेले का नाम सबसे पहले आता है।
उज्जैन का कलियादेह पैसेल
उज्जैन में स्थित कालियादेह पैलेस जो उज्जैन की धार्मिक संस्कृति को बढ़ावा देता है और धार्मिक रूप से बहुत महत्व रखता है। पहले इसका निर्माण 1958 ई. में हुआ था और उसके बाद महल के दोनों ओर नदी का पानी भर दिया गया था।
इतिहास में यह भी कहा जाता है कि जहांगीर और अकबर एक बार इस महल में आए थे। उसके बाद भी धारियों के शासनकाल में इस स्मारक को तोड़ दिया गया। लेकिन इस स्मारक की आंतरिक सुंदरता को देखते हुए माधवराव सिंधिया ने इसके जीर्णोद्धार का फैसला किया।
आज के समय में पर्यटकों के लिए सबसे पहले घूमने के लिए यह सबसे सुनहरा महल माना जाता है। किला सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है। इस अवधि के दौरान हर पर्यटक इस किले के अंदर की सुंदरता का आनंद ले सकता है।
उज्जैन का काल भैरव मंदिर
उज्जैन का यह काल भैरव मंदिर देश भर में बहुत प्रसिद्ध है। फिर से युवाओं के लिए प्राचीन हिंदू संस्कृति का एक बेहतरीन उदाहरण माना जाता है। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव का यह मंदिर उज्जैन में स्थित है। यहां हर साल सैकड़ों श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है।
मंदिर परिसर के अंदर एक बरगद का पेड़ है और उस पेड़ के नीचे शिवलिंग की मूर्ति स्थापित है। काल भैरव के भक्तों में यह मान्यता रही है कि यहां जो कुछ भी मन से मांगा जाता है, उसका फल उसे अवश्य मिलता है। हर महाशिवरात्रि पर यहां हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि के इस शुभ दिन पर एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है।
डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क
उज्जैन में कई धार्मिक स्थल और मंदिर हैं, लेकिन भक्ति के अलावा अगर हम रोमांटिक जगहों की बात करें तो उज्जैन में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ वाटर पार्क स्थित है, जो बच्चों और बड़ों के लिए काफी दिलचस्प जगह है।
अगर आप तीर्थ यात्रा पर हैं और कुछ समय मनोरंजन में बिताना चाहते हैं तो यह जगह आपके लिए है। इस वाटर पार्क में आप अपने बच्चों और परिवार के साथ मनोरंजन के कुछ पल बिता सकते हैं। इसके बाद यहां रहने की भी व्यवस्था है। दर्शनीय स्थलों की यात्रा के बाद आप यहां आराम से रह सकते हैं।
भर्तहरी केव
उज्जैन के पर्यटन स्थलों की सूची में इस गुफा का नाम भी शामिल है, यह गुफा शिप्रा नदी के तट पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि राजा विक्रमादित्य के भाई भरथरी ने सुख-दुःख के सुसंस्कृत संबंधों से मोह और सुख-सुविधा के जीवन का त्याग कर यहां तपस्या की थी। राजा विक्रमादित्य के भाई के नाम पर इस गुफा का नाम भरथरी पड़ा।
इतिहास के अनुसार माना जाता है कि भरथरी बहुत विद्वान व्यक्ति थे। आज भी इस गुफा के अंदर उनकी समाधि बनी हुई है। यहां का वातावरण बहुत ही शांतिपूर्ण अनुभव देता है। इसलिए उज्जैन आने वाले लोगों के लिए यह सबसे अच्छा पर्यटन स्थल है।
वेधशाला और जंतर मंतर
उज्जैन के दर्शनीय स्थलों और पर्यटन स्थलों की सूची में वेधशाला और जंतर मंतर का नाम भी शामिल है। इस वेधशाला का निर्माण सवाई जयसिंह ने 18वीं शताब्दी में करवाया था।
प्राचीन काल में यह वेधशाला कई खगोलीय पिंडों की गति और आकाशीय पिंडों की घटनाओं के लिए प्रसिद्ध थी। उज्जैन की वेधशाला में आज भी आकाशीय पिंडों की गति मापने वाले आपके यंत्र सुरक्षित पड़े हैं।
उज्जैन का प्रसिद्ध जंतर मंतर जिसे राजा जय सिंह ने 17वीं शताब्दी के दौरान बनवाया था। शोध और अध्ययन के आधार पर और कई स्रोतों के आधार पर बताया जा रहा है कि इस जंतर मंतर का निर्माण कार्य कई ज्योतिषियों की मदद से 1719 में शुरू हुआ था। कई साल पहले जंतर मंतर के जरिए खगोलीय पिंडों की स्थिति की गणना की जाती थी।
उज्जैन का गोमती कुंड
यदि आप किसी भी शांतिपूर्ण वातावरण का भ्रमण करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास उज्जैन में गोमती कुंड का एक बेहतरीन विकल्प रहता है। गोमती कुंड एक विशाल तालाब है, जो दुनिया के सभी पवित्र जल का मिश्रण है।
ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने सभी पवित्र जल को इस कुंड में मिलाकर इस गोमती कुंड का निर्माण करवाया था। गोमती कुंड के पास एक बड़ा सा आश्रम बना हुआ है। उस आश्रम में इसी पानी से जल की आपूर्ति की जाती है। यहां का वातावरण बहुत ही शानदार और शांत है।
चिंतामन गणेश मंदिर
उज्जैन की प्रसिद्ध शिप्रा नदी के किनारे बसे भगवान श्री गणेश जी का यह मंदिर काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। पुराने इतिहास और कई सूत्रों के आधार पर ऐसा बताया जा रहा है कि इस मंदिर में जो भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति है, वह स्वयं प्रकट हुई थी। यह एक चमत्कारी मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।
इस मंदिर में जाने से भक्तों के मन में एक धारणा रही है कि आपके मन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके अलावा उज्जैन शहर का यह सबसे बड़ा गणेश मंदिर है। यहां पर हजारों की संख्या में रोजाना श्रद्धालु आते हैं।
रिद्धि सिद्धि मंदिर
उज्जैन की रूद्र सागर तालाब के किनारे पर बसा रिद्धि सिद्धि मंदिर जिस की लोकप्रियता विश्व भर में छाई हुई है। यह वैश्य समाज का एक लोकप्रिय मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि विक्रमादित्य खुद इस मंदिर में पूजा किया करते थे।
इस मंदिर से जुड़ा एक महत्वपूर्ण रोचक तथ्य यह भी है कि विक्रमादित्य के अलावा यहां पर कोई भी शासक विश्राम नहीं कर सकता है।
इसी वजह से आज भी यहां पर कोई भी मुख्यमंत्री या राजनेता एक रात के लिए इस मंदिर के आश्रम में या इस मंदिर में नहीं रुकता है। उज्जैन जाने वाले पर्यटकों के लिए यह एक बेहतरीन पर्यटक स्थल के रूप में माना जाता है।
उज्जैन में सबसे नजदीक कौन सा शहर है घूमने के लिए? (Places to visit Near Ujjain)
- बड़ा गणपति टेंपल
- अटल बिहारी वाजपेई रीजनल पार्क
- छतरी बाग
- अन्नपूर्णा मंदिर इंदौर
- बिजासन टेकरी टेंपल
- देव गुराडिया शिवा मंदिर
- गजानन महाराज टेंपल
- गांधी हॉल इंदौर
- गोमटगिरी इंदौर
- गोपाल मंदिर इंदौर
- इंदौर म्यूजियम
- जानापाव कुटी
- इंदौर व्हाइट चर्च
- कांच मंदिर टेंपल
- कृष्णा पूरा छतरी
- लाल बाग म्यूजियम
- कमला नेहरू इंदौर जू
- महाविष्णु धाम
- मेघदूत गार्डन
- रजवाड़ा
- खजराना गणेश मंदिर
- विक्रम कीर्ति मंदिर
- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का उज्जैन
- राम मंदिर घाट उज्जैन
- मंगल नाथ टेंपल
- काल भैरव टेंपल
- हरसिद्धि टेंपल
- चिंतामन गणेश टेंपल उज्जैन
कपल्स के लिए उज्जैन में घूमने की जगह (Places to Visit in Ujjain for Couples)
- श्री महाकालेश्वर टेंपल
- हरसिद्धि टेंपल
- संदीपानी आश्रम
- कालभैरव टेंपल
- गधकालिका टेंपल
- रामघाट
- इस्कॉन टेंपल
- चिंतामन गणेश टेंपल
उज्जैन में शॉपिंग प्लेस कौनसे है?
उज्जैन में काफी अच्छे मार्केट उपलब्ध है, जहां से आप सफेद पत्थर की मूर्ति, चंदेरी रेशम साड़ी तथा हस्तशिल्प आभूषण ले सकते हैं। यहां पर आपको भारत की सभ्यता को प्रदर्शित करने वाली कलाकृतियां मिल जाएगी।
- गोपाल मंदिर मार्ग मार्केट
- पाकीजा मॉल
- Treasure Bazaar
- ट्रेडिशनल बाजार
- बाफना स्वीट्स एंड नमकीन
उज्जैन में खाने के लिए क्या फेमस है?
मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन शहर में खाने में बहुत सारे स्पेशल पकवान उपलब्ध है। नाश्ते में मध्यप्रदेश का पोहा सबसे अधिक फेमस है। उज्जैन में अधिकतर शाकाहारी भोजन मिलता है। उज्जैन शहर में पंजाबी और राजस्थानी खाने की झलक भी देखने को मिलती है।
इसके साथ ही उज्जैन शहर में साउथ इंडियन फूड भी हर पर्यटक स्थल पर मौजूद है। उज्जैन में दाल फाफड़ा, मालपुआ, मावा बाटी दाल बाटी, दाल बाफले जैसे कई स्वादिष्ट पकवान और भोजन खाने के लिए मिलते हैं और उज्जैन में इन पकवानों को फेमस माना जाता हैं। बाबा महाकाल का प्रिय पेय भांग यहां का सबसे स्वादिष्ट पदार्थ माना जाता है।
उज्जैन में रुकने की जगह
उज्जैन शहर की लोकप्रियता देश भर में प्रसिद्ध है। यहां पर रुकने की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि हर पर्यटक स्थल से जुड़ा कोई न कोई आश्रम यार रेस्टोरेंट आपको अवश्य मिल जाएगा, जहां पर आप आराम से रुक सकते हैं। इसके अलावा उज्जैन शहर में हजारों की संख्या में होटल और रूम की व्यवस्था आपको मिल जाएगी।
महाकालेश्वर मंदिर में भक्त निवास आश्रम बना हुआ है, जहां पर आप रूम बुक कर सकते हैं। इसी प्रकार से उज्जैन में जितने भी पर्यटक स्थल है, लगभग सभी पर्यटक स्थलों पर आश्रम है। बाहर रुकने की सुविधा भी मौजूद है, जहां आप प्राइवेट होटलों में रुक सकते हैं।
उज्जैन घूमने के लिए सबसे बेहतरीन समय
गर्मियों के मुकाबले उज्जैन में भ्रमण करने के लिए सर्दियों का समय अच्छा माना जाता है। अक्टूबर से लेकर मार्च के बीच यहां का तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस रहता है।
गर्मियों के मुकाबले सर्दियों का यह समय घूमने का एक अलग आनंद देता है। गर्मियों में यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। साधारण तौर पर यह तापमान थोड़ा ज्यादा हैं।
उज्जैन कैसे पहुंचे?
उज्जैन मध्य प्रदेश में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग हवाई मार्ग तीनों में से किसी भी रास्ते को अपना सकते हैं।
सड़क मार्ग के द्वारा उज्जैन कैसे पहुंचे?
उज्जैन जाने के लिए सड़क मार्ग सबसे सुलभ रास्ता मारा जाता है और ज्यादातर लोग इसी का प्रयोग करते हैं क्योंकि व्यक्ति हर पर्यटक स्थल के पास पहुंचने की सुविधा देखता है। ऐसे में सड़क मार्ग सबसे बेहतरीन ऑप्शन माना जाता है।
यहां आपको सार्वजनिक बसें निजी बसों की सुविधा मिल जाएगी, जिनके मदद से आप हर पर्यटक स्थल पर सड़क के माध्यम से पहुंचकर आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा अपने निजी वाहन को लेकर भी आप सड़क मार्ग के माध्यम से उज्जैन का भ्रमण कर सकते हैं और उज्जैन पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग के द्वारा उज्जैन कैसे पहुंचे?
उज्जैन शहर में बहुत बड़ा रेलवे स्टेशन बना हुआ है। पूरे भारत से लगभग सभी क्षेत्रों से उज्जैन के लिए ट्रेन सुविधा उपलब्ध है। भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से उज्जैन का रेल मार्ग पूरी तरह से जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा किसी शहर से डायरेक्ट उज्जैन के लिए ट्रेन नहीं है तो आप भोपाल, मालवा, इंदौर और दिल्ली के रास्ते ट्रेन चेंज करके रेल मार्ग के माध्यम से उज्जैन पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग के द्वारा उज्जैन कैसे पहुंचे?
उज्जैन शहर में कोई हवाई अड्डा मौजूद नहीं है। लेकिन उज्जैन शहर से 55 किलोमीटर दूर इंदौर में देवी हरिया बाई होलकर हवाई अड्डा मौजूद है। यह महज उज्जैन से 55 किलोमीटर दूर स्थित है। इंदौर के लिए हर लोकप्रिय शहर से प्रतिदिन फ्लाइट रहती है।
इसके अलावा आप वाया फ्लाइट के माध्यम से भी इंदौर पहुंच सकते हैं और इंदौर के हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद आप गाड़ी किराए पर लेकर उज्जैन पहुंच सकते हैं या अन्य रास्तों से उज्जैन पहुंच सकते हैं। इंदौर से उज्जैन के लिए आपको ट्रेन सुविधा भी मिल जाएगी।
भारत के मुख्य शहरों से उज्जैन की दूरी
शहर का नाम | उज्जैन की दूरी (KM में) |
दिल्ली | 802.1 |
जयपुर | 511.7 |
जोधपुर | 564.8 |
कोलकाता | 1,659.7 |
मुंबई | 636.2 |
बैंगलोर | 1,395.0 |
अहमदाबाद | 394.1 |
हैदराबाद | 1,040.4 |
चेन्नई | 1,665.8 |
उज्जैन के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट और भोजनालय
उज्जैन शहर काफी बड़ा शहर है और यहां पर बहुत सारे प्रसिद्ध रेस्टोरेंट और भोजनालय मौजूद है। इसके बारे में सूची नीचे निम्नलिखित रुप से दी गई है
- श्री गंगा रेस्टोरेंट
- धर्मशाला
- स्वरुचि रेस्टोरेंट
- न्यू सुदामा रेस्टोरेंट्स
- मदक रेस्टोरेंट
- मेघदूत पंजाबी ढाबा
- अपना स्वीट्स उज्जैन
उज्जैन कैसे घूमे?
उज्जैन शहर में पर्यटन स्थलों पर कैसे घूम सकते हैं। इसके बारे में यदि हम बात करें तो यदि आप रेल और हवाई मार्ग के माध्यम से उज्जैन पहुंच रहे हैं तो आपको मुख्य रूप से कोई ना कोई गाड़ी की जरूरत रहेगी, जिसके माध्यम से आप उज्जैन के अलग-अलग पर्यटक स्थलों पर पहुंचकर यहां का आनंद उठा सकते हैं।
इसके अलावा यदि आप सड़क मार्ग के माध्यम से पहुंचते हैं तो आपको एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए निजी बस मिल जाएगी। साथ ही साथ आप वहां से पर्सनल वाइटल किराए पर लेकर भी आप उज्जैन के पर्यटक स्थलों पर घूम सकते हैं।
इसके अलावा यदि आप अपना खुद का गाड़ी लेकर उज्जैन घूमने के लिए जाते हैं तो आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। आप अपनी इच्छा अनुसार हर पर्यटक स्थल पर आराम से पहुंच सकते हैं।
उज्जैन घूमने का खर्चा
किसी भी पर्यटक स्थल पर घूमने से पहले आप की लोकेशन कहां है और आप की लोकेशन से उज्जैन कितना दूर है, उसी आधार पर खर्चे का कैलकुलेशन होता है। उज्जैन में रुकने के लिए और खाने के लिए ज्यादा खर्चा नहीं होता है।
यहां आप ₹400 से लेकर 1200 रुपए में आराम से किसी भी होटल में रुम लेकर रह सकते हैं और खाने के लिए आपको प्रति प्लेट रेट ₹100 से लेकर ₹300 तक देना होता है।
इसके अलावा रेल मार्ग, हवाई मार्ग और सड़क मार्ग इनमें से कौन से रास्ते का चयन करते हुए आप उज्जैन पहुंचते हैं। उस आधार पर खर्चे का अनुमान लगाया जाता है। उज्जैन के 8 से 10 पर्यटक स्थलों में घूमने पर आपको अनुमानित ₹20000 से ₹25000 का खर्चा आ सकता है।
इसके अलावा यदि आप तीन-चार दिन ज्यादा ठहरते हैं, तो आपको इसे अधिक खर्चा भी आ सकता है। यदि आप हवाई मार्ग के माध्यम से उज्जैन पहुंचते हैं तो उस कंडीशन में भी आपका खर्चा अधिक आ सकता है।
उज्जैन घूमते समय साथ में क्या रखें?
उज्जैन का भ्रमण करने के लिए यदि आप दिसंबर या जनवरी के समय जाते हैं तो आपको एक स्वेटर साथ में रखने की जरूरत रहेगी क्योंकि दिसंबर और जनवरी का माहौल थोड़ा ज्यादा ठंडा रहता है।
इसके अलावा यदि आप गर्मियों में जाते हैं, तो आप पानी की व्यवस्था साथ में रख सकते हैं या आपके साथ बुजुर्ग हैं तो उनके सुविधा अनुसार कुछ खाने के लिए भी रख सकते हैं।
ऐसे उज्जैन में हर 3-4 किलोमीटर के अंदर कोई न कोई होटल और ढाबा आपको जरूर मिल जाएगा, जहां पर आप खाना खा सकते हैं।