बीजेपी की ढाल, विश्वासघात की तलवार !!
बीजेपी की ढाल, विश्वासघात की तलवार...शिंदे के चुनावी सिंबल पर उद्धव गुट का तंज
( Published by-Lisha Dhige )
मुंबई ।। महाराष्ट्र में शिवसेना का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव आयोग ने शिंदे और ठाकरे दोनों गुटों को अलग – अलग चुनाव चिन्ह और पार्टी के नाम दिए हैं। उपचुनाव में अब एकनाथ शिंदे धड़ा और उद्धव धड़ा अपनी नई पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के साथ चुनाव लड़ेगा।
इधर दोनों गुटों के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. शिंदे गुट के विधायक भरत गोगावाले ने इसे परफेक्ट बताया. उधर, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि भाजपा के विश्वासघात की ढाल और तलवार शिंदे गुट के पास चली गई है.
एकनाथ शिंदे ने अपने शिवसेना धड़े को दो तलवारें और एक ढाल का चुनाव चिन्ह आवंटित करने के चुनाव आयोग के फैसले का मंगलवार को स्वागत किया और कहा कि यह चुनाव चिन्ह छत्रपति शिवाजी महाराज और पुरानी शिवसेना से भी जुड़ा है।
‘शिवाजा और उनके सैनिक का प्रतीक’
बाल ठाकरे ने 1967-68 के निकाय चुनावों में मुंबई और अन्य जगहों पर शिवसेना और उसके चुनाव चिन्ह की स्थापना दो तलवारें और एक ढाल के रूप में की थी।
आयोग ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मशाल चिन्ह आवंटित किया है। वहीं, ‘शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया गया। वहीं, एकनाथ शिंदे के धड़े को ‘बालासाहेबुन्ची शिवसेना’ नाम दिया गया है।
शिंदे ने कहा, ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ आम लोगों की शिवसेना है। हम चुनाव आयोग के इस फैसले को स्वीकार करते हैं। हमने ‘सूर्य’ चिन्ह को प्राथमिकता दी थी, लेकिन उसने तलवार और ढाल को मंजूरी दे दी। यह पुरानी शिवसेना का चुनाव चिन्ह था। यह एक महाराष्ट्रियन प्रतीक है। यह छत्रपति शिवाजी और उनके सैनिकों का प्रतीक है।