राष्ट्रीय
Trending

महाकुंभ में राशन-गैस सुविधाओं का विस्तार, वन नेशन वन कार्ड योजना लागू

प्रयागराज । आगामी महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु और कल्पवासी अब राशन और गैस की सुविधाओं के लिए परेशान नहीं होंगे। वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत, किसी भी राज्य का राशन कार्ड रखने वाले व्यक्ति मेला क्षेत्र में अस्थायी दुकानों से राशन प्राप्त कर सकेंगे। जिला प्रशासन ने इस योजना को प्रभावी बनाने के लिए कई प्रबंध किए हैं।

राशन की व्यवस्था
योजना के तहत कार्डधारकों को प्रति यूनिट ढाई किलो चावल और गेहूं मुफ्त दिया जाएगा। महाकुंभ क्षेत्र में कुल 138 अस्थायी राशन की दुकानें स्थापित की गई हैं। राशन आंशिक रूप से भी लिया जा सकेगा, यानी यदि परिवार के चार सदस्यों के लिए राशन है, तो एक या दो सदस्यों का हिस्सा भी लिया जा सकता है।

अस्थायी राशन कार्ड की प्रक्रिया
कल्पवासियों और श्रद्धालुओं के लिए सरकारी दर पर राशन उपलब्ध कराने हेतु अस्थायी राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को तीन किग्रा आटा, दो किग्रा चावल और एक किग्रा चीनी सस्ते दरों पर मिलेगी। चावल: ₹6/किग्रा, आटा: ₹5/किग्रा, चीनी: ₹18/किग्रा। राशन कार्ड के लिए 93 लेखपालों द्वारा सत्यापन और सर्वेक्षण किया जाएगा।

अखाड़ों और संस्थाओं को विशेष परमिट
अखाड़ों और संस्थाओं को अधिक राशन की जरूरत को देखते हुए विशेष परमिट जारी किए जाएंगे। परमिट की प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू होगी। सत्यापन और मांग के आधार पर परमिट प्रदान किए जाएंगे।

गैस सिलेंडर और कनेक्शन की सुविधा
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अस्थायी घरेलू गैस कनेक्शन भी बनाए जाएंगे। गैस सिलेंडर 5, 14 और 19 किग्रा के विकल्पों में उपलब्ध होंगे। घर से लाए गए सिलेंडर में भी गैस भरवाई जा सकेगी, बशर्ते घरेलू कनेक्शन के साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएं।

महाकुंभ में प्रमुख प्रबंध
25 सेक्टरों में राशन की 138 दुकानें लगाई जाएंगी।
24 गैस एजेंसियां स्थापित की गई हैं।
93 लेखपाल सत्यापन कार्य में जुटे हैं।

यह कदम महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और कर्मियों के लिए राहत का बड़ा माध्यम बनेगा। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का यह प्रभावी क्रियान्वयन महाकुंभ में लोगों को बेहतर अनुभव देने में सहायक होगा।

bulandmedia

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button