रायपुर। छत्तीसगढ़ में दो तीन दिनों की भारी बारिश के बाद अब दोबारा से मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ गई हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, 14 सितंबर तक यानी अगले 48 घंटे तक बारिश थमी रहेगी। हालांकि इस अवधि में प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद दोबारा मानसून की गतिविधियों में तेजी आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इसकी वजह से उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में मानसून के सक्रिय रहने के साथ ही अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश, जबकि एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इसी बीच गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई, लेकिन राजधानी में बादलों की आंख मिचौली से लोगों को उमस का सामना करना पड़ा। वहीं, प्रदेश में सर्वाधिक बारिशपेंड्रा व प्रेमनगर में दो सेमी, जबकि अन्य क्षेत्रों में इससे काफी कम बारिश दर्ज की गई।
यह बन रहा है सिस्टम
एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उसके आसपास स्थित है और यह 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र अगले 24 घंटे में तटीय बांग्लादेश और उसके आसपास बनने की संभावना है।
इसके बाद पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर अवदाब के रूप में तटीय पश्चिम बंगाल और उससे लगे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर उसके 48 घंटे में पहुंचने की संभावना है। वहीं, मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर अमृतसर, दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित अवदाब के केंद्र, नवागांव, चर्क, डेहरी, पुरुलिया, कनिंग और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है।