महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 1 से 30 सितंबर 2024 तक ‘‘राष्ट्रीय पोषण माह’’ का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्य, पोषण, और स्वच्छता के प्रति जनसमुदाय में जागरूकता बढ़ाना और प्रभावी व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित करना है। विभाग की संचालक, सुश्री तुलिका प्रजापति ने सभी कलेक्टरों और जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र लिखकर इस माह के सफल आयोजन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इस वर्ष के राष्ट्रीय पोषण माह का फोकस एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, शिक्षा के साथ पोषण, बेहतर प्रशासन, पारदर्शिता, और कुशल सेवा वितरण पर है। इस दौरान विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिनका उद्देश्य समग्र पोषण को बढ़ावा देना है। सुश्री प्रजापति ने सभी संबंधित विभागों और संगठनों से अपील की है कि वे इस जनआंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लें। इसमें पंचायती राज संस्थाओं, स्थानीय निकायों, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला स्व-सहायता समूहों, नेहरू युवा केन्द्रों, नेशनल कैडिट कोर (NCC), और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) सहित अन्य समूहों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
पोषण माह 2024 का मुख्य उद्देश्य पोषण पंचायतों को सक्रिय करना और जनभागीदारी को बढ़ावा देना है। इसके लिए ग्राम स्तर पर सरपंच और ग्राम पंचायतों के नेतृत्व में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। यह प्रयास किया जा रहा है कि पोषण पंचायतों को जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित किया जाए, जिससे समाज में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़े और लोग स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
पोषण माह के दौरान हर दिन आयोजित होने वाली गतिविधियों का एक कैलेंडर और सहयोगी विभागों के कार्य दायित्व की योजना भी तैयार की गई है। इन सभी गतिविधियों को पोर्टल पर अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाएगा ताकि इनके प्रभाव का आकलन किया जा सके और आवश्यकतानुसार सुधार किए जा सकें।