कोरबा। आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त सौरभ बक्शी के रामपुर आइटीआइ स्थित सरकारी बंगले में छापा। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पहुंची। राज्य में हुए दो हजार करोड़ के शराब घोटाले के मामले से इसे जोड़कर देखा जा रहा।
रायपुर और बिलासपुर के 13 ठिकानों पर रविवार को ईओ डब्ल्यू व एसीबी ने संयुक्त रूप से छापा मार कार्रवाई की थी। मुंगेली जिले के सरगांव स्थित भाटिया और वेलकम डिस्टलरी में के अलावा कई अधिकारियों के घर भी टीम पहुंची।
रायपुर, दुर्ग के साथ ही मुंगेली और बिलासपुर जिले में शराब कारोबारी के ठिकाने पर दबिश दी गई।
संयुक्त टीम शराब घोटाले के संंबंध में दस्तावेज एकत्र कर रही है। रविवार को हुई जांच पड़ताल के दौरान सौरभ बक्शी की भी भूमिका सामने आई और सोमवार को इस संबंध में पूछताछ करने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम यहां पहुंच गई।
बक्शी की संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल किए जाने की खबर भी सामने आ रही है। इस घोटाले में तीन रिटायर्ड आइएएस समेत शराब कारोबारी जांच के दायरे में हैं।
कोरबा में छापा मार कार्रवाई से आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है। यहां बताना होगा कि कोयला परिवहन के 500 करोड़ के घोटाले के मामले में पहले से कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू व खनिज अधिकारी एसएस नाग जेल में बंद हैं।