रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना का मूल उद्देश्य अब कारगर होता दिखाई दे रहा है।
आर्थिक मजबूती से परिवार सम्पन्न हो रहा है और महिलाओं के जो सपने थे, वे अब साकार होने लगे हैं। रायपुर की लक्ष्मी फुटान ने सपना संजोया था, लेकिन आर्थिक तंगहाली की वजह से सपने अब तक पूरा नहीं कर पाई थी, महतारी वंदन योजना से उनके जीवन में बड़ा परिवर्तन आया है।
लक्ष्मी घर का कामकाज संभालती है। उनके पति गोपाल फुटान रोजी-मजदूरी करते है। लक्ष्मी बताती हैं कि पति की कमाई घरेलु खर्च पर ही इस्तेमाल हो जाता है। छोटी-मोटी जरूरतों की चीज भी खरीदने में काफी परेशानियां होती है, लेकिन अब जरूरतें भी पूरी होने लगी हैं। योजना की राशि का इस्तेमाल घर के खर्च में भी होता है और बचत भी कर रही है। क्योंकि भविष्य भी सुरक्षित हो सकेगा।
यह दौर भी ऐसा आया है कि हाथ में पैसे होने से परिवार में भरपूर सम्मान मिल रहा है। वे बताती है कि सोने-चांदी के जेवर पहनने का मन काफी समय से है, लेकिन माली हालत उतनी अच्छी नहीं थी, जिससे वे जेवर खरीद सके। अब सपने पूरा करने के लिए वे प्रतिमाह बैंक अकाउंट में योजना से मिलने वाली राशि को इकट्ठे कर रही है।
जिससे वे जेवर की खरीदी कर सके। लक्ष्मी यह भी कहती है कि बहुत खुशी होती है कि घर में बैठकर इतनी राशि मिल रही है। उनके दो बच्चे टीकम और धनेंद्र के भविष्य की चिंता भी थी, हमेशा यही लगता था कि मैं भी थोड़ा आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए कुछ काम करूं, पर राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना का मिलने से सही समय पर राशि प्रतिमाह मिल जाता है। उस पैसे की बचत कर बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित कर रही हूं। साथ ही अब घर की छोटी-मोटी चीजों को खरीदने के लिए पति पर आश्रित रहने की जरूरत नहीं पड़ती है। कुछ घरेलु खर्च होता है तो खुद पूरा कर लेती है। अब ज्यादा निर्भरता नहीं रहती है।
लक्ष्मी कहती है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महिलाओं के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। मेरे जैसे लाखों महिलाओं को अपने सपने पूरे करने का अवसर मिल रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद करते है। वे यह भी बताती है कि खान-पान भी बेहतर होता जा रहा है।
राशन और घर की अन्य चीजें भी खरीदने के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती है। अब सशक्त होने का अवसर प्राप्त हुआ है और बेहतर पोषण से जीवन भी बेहतर होगा और परिवार भी स्वस्थ रहने के साथ खुशहाल भी रहेगा। जीवन में उत्तरोतर विकास से समृद्धि भी आएगी। उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना के तहत राज्य में विवाहित महिलाओं को 1,000 रुपए प्रतिमाह (कुल 12,000 रुपए सालाना) वित्तीय सहायता दी जा रही है, जो प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जा रही है।महिलाएं खुश है कि वो महतारी वंदन योजना से मिली राशि से अपने बच्चों और परिवार की छोटी-छोटी जरूरतें पूरी कर पा रहीं हैं साथ ही कई महिलाएँ भविष्य के लिए निवेश भी कर रहीं हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कहते हैं कि उनका प्रयास आने वाले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को दोगुना करने का होगा। इसी लिए राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बजट में महतारी वंदन योजना के लिए 3,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 10 मार्च से प्रथम किश्त महिलाओं के बैंक खाते में भेजने से प्रारंभ हुई महतारी वंदन योजना में रायपुर जिले के कुल 5 लाख 29 हज़ार 75 हितग्राहियों को महतारी वंदन योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है, जिनको जून माह में चतुर्थ क़िस्त के रूप में 50 करोड़ 93 लाख 36 हज़ार 9 सौ रुपए महिलाओं के बैंक खाते में ज़ारी किए गए हैं।