आज देवशयनी एकादशी है और आज ही के दिन से भगवान विष्णु चार माह तक क्षीर सागर में योग निद्रा में रहेंगे। यह चार महीने के इस समय को चातुर्मास कहते है। चातुर्मास में सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं और कार्तिक शुक्ल एकादशी तक भगवान विष्णु विश्राम करते हैं। फिर इसके बाद सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य दोबारा से आरंभ होंगे आपको बता दे की सनातन धर्म में देवशयनी एकादशी वो दिन होता है जब भगवान विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं और कार्तिक शुक्ल एकादशी पर जागते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस एकादशी तिथि को यदि व्यक्ति श्रद्धा पूर्वक विष्णु जी का पूजन करता है और कुछ उपाय करता है तो उसे सभी पापों से मुक्ति मिलती है एवं जीवन में सुख,शांति व समृद्धि आती है। इस दिन रात्रि के समय भगवान नारायण की प्रसन्नता के लिए नृत्य,भजन-कीर्तन और स्तुति के द्वारा जागरण करना चाहिए कहा जाता है जागरण करने वाले को जिस फल की प्राप्ति होती है,वह हज़ारों बर्ष तपस्या करने से भी नहीं मिलता और इस दिन मंदिर,तुलसी के नीचे और नदियों के किनारे दीपदान करने से श्री हरि और माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।