बीजापुर। जिले में अवैध फर्नीचर निर्माण की शिकायत के बाद वन विभाग की टीम ने घरों में छापा मारकर कार्रवाई करते हुए सागौन लट्ठे और सागौन चिरान जब्त किए है। वन विभाग को सूचना मिली थी की कुछ घरों में अवैध रूप से सागौन लकड़ी से फर्नीचर बनाए जा रहे है।
दरअसल वन विभाग की टीम को शिकायत मिली थी की आवापल्ली के घरों में अवैध फर्नीचर निर्माण किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर वन विभाग सर्च वारंट जारी कर आवापल्ली निवासी कटला वेक्टेश के यहां छापा मारा। जहां अवैध फर्नीचर निर्माण होता हुआ पाया गया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी भगत ने बताया कि कार्रवाई के दौरान चार नग सागौन लट्ठा जो 0. 252 घनमीटर व 190 नग चिरान घनमीटर 0.657 अवैध चिरान जब्त किया गया है। वहीं रमेश तानराज के यहां से 35 नग सागौन चिरान घन मीटर 0.203, और रामबाबू शर्मा के यहां 60 नग सागौन घनमीटर 0.655 जब्त किया गया।
अवैध सागौन से हो रहा था फर्नीचर निर्माण
वन परिक्षेत्र अधिकारी घनश्याम भगत ने बताया कि, अवैध तरीके से सागौन की लकड़ी से फर्नीचर का निर्माण किया जा रहा था। पकड़े गये अवैध सागौन की कीमत डेढ़ लाख रुपये आंकी गई है। उन्होंने बताया कि वन मंडलाधिकारी बीजापुर और उप वन मंडलाधिकारी के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र आवापल्ली और वन परिक्षेत्र पामेड द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई हैं। जिसमें अवैध रुप से संग्रहित मात्रा की जब्ती की कार्रवाई करते हुए वनोपज व्यापार अधिनियम 1969 की धारा 5 (1) (ग) और छ.ग. काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 के तहत वन अपराध प्रकरण पंजी बद्ध कर जांच की अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।