रायपुर । कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने बुधवार को कलेक्टोरेट स्थित सभागार में कबीरधाम स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए प्ररेक उद्बोधन एवं संवाद किया।
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने विद्यार्थियों को सफलता का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ लक्ष्य निर्धारत कर कड़ी मेहनत करनी चाहिए। इसके लिए पदचिन्ह तय करने की जरूरत है। हर विद्यार्थियों को अपने लिए पढ़ाई करनी चाहिए। इससे माता-पिता की पहचान बनने के साथ गांव, परिवार का नाम रोशन होता है।
उन्होंने अपने पुराने अनुभव साझा करते हुए कहा कि असफलता मिलती तो कभी घबराएं नहीं। कलेक्टर ने कहा कि मैंने कभी कक्षाओं में कभी पहले नंबर पर नहीं किया, बल्कि द्वितीय स्थान पर ही रहा।
शासकीय इंजीनियरिंग काॅलेज से अध्ययन किया और बाद में मास्टर आईआईटी से किया, लेकिन लक्ष्य सोचा था उसके लिए मेहनत की और यूपीएससी पास कर आईएएस बना। डाॅ. सिंह ने कहा कि कोई भी चीज को पाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के साथ दृढ़संकल्पित होना जरूरी है। साथ ही जज्बा और कड़ी मेहनत से निश्चित ही सकारात्मक परिणाम आता है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में सीखने, समझने की जिज्ञासा होनी चाहिए। पढ़ाई को बोझ समझने से बेहतर हैं कि खेल की तरह मन लगाकर करें। साथ ही उन्होंने कहा कि कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक हर बच्चों को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। क्योंकि इसी दौरान विद्यार्थियों को इतिहास की बेहतर जानकारी मिलती है। यहीं आगे की पढ़ाई में बहुत ही कारगर साबित होती है।
कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत कर कुछ बड़ा कर गुजरने की चाहत होनी चाहिए। जीवन में कठिनाई के दौर भी आते हैं, लेकिन मेहनत ही सफलता दिलाती है। वहीं समय खुशियों का पल होता है। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यूपीएससी में चयनित अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में सबसे सरल सवाल पूछे जाते हैं। सर्वप्रथम अभ्यर्थियों से बेसिक जानकारी ली जाती है और अभ्यर्थियों के व्यक्तित्व के बारे में सवाल किए जाते हैं। साथ ही कलेक्टर ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप मौजूद थे।