रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार श्रमिकों के हित के अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रदेश सरकार ने श्रमिक परिवारों की बेटियों के जीवन स्तर में सुधार के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना की शुरुआत की है। श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने विभागीय योजनाओं को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस योजना का उद्देश्य श्रमिक परिवारों की बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे शिक्षा और अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
महासंमुद जिले में इस योजना के तहत कुल 5981 हितग्राहियों की बेटियों को लाभान्वित किया गया है। प्रत्येक बेटी के बैंक खाते में 20,000 रुपये की राशि जमा की गई है। इस प्रकार, कुल 11 करोड़ 96 लाख 20 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। यह राशि उन परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो रही है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी बेटियों की शिक्षा और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में कठिनाई का सामना कर रहे थे।
नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना से न केवल श्रमिक परिवारों को राहत मिल रही, बल्कि यह ज़िले की बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। इससे प्रदेश में बालिकाओं की शिक्षा और उनके समग्र विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
महासमुंद अयोध्या नगर निवासी हितग्राही गीता निषाद ने बताया कि इस योजना की राशि उनके बैंक खातें में आ गयी है। उन्होंने बताया कि इस राशि का उपयोग कॉलेज की पढ़ाई पर खर्च करेंगी।उन्होंने इस सहायता के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह राशि उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगी। शासन की इस योजना से उनका परिवार बहुत खुश है। महासंमुद जिले में मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना के शुरू होने से अब तक 5981 पात्र हितग्राहियों की पुत्रियों के लिए 20-20 हजार रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खाते में डाली गयी है। इस योजना के कारण श्रमिकों की बेटियां अब सशक्त एवं आत्मनिर्भर भी बन रही।
यह योजना लाभार्थियों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ सामाजिक सहायता भी प्रदान कर रही है। श्रमिक परिवारों की बेटियों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार के साथ ही उनके विवाह में यह राशि मजबूत सहायता प्रदान कर रही है। इस योजना में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में पंजीकृत श्रमिक ही पात्र है। पात्रधारियों को योजना का लाभ लेने के लिए मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना की अधिकारिक वेबसाइट बहसंइवनतण्दपबण्पद पर ऑन लाइन पंजीयन करना होगा। श्रमिक परिवार की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से तथा उन्हें शिक्षा और रोजगार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना के तहत पात्र श्रमिक परिवार की प्रथम दो बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए 20-20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में डाली जाती है। इस योजना में श्रमिक/मजदूर परिवार बेटी जिसकी उम्र न्यूनतम 18 वर्ष और 21 वर्ष से अधिक न हो तथा वह अविवाहित हो उन्हें 20-20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है।