छत्तीसगढ़

what a patchwork : रायपुर बना गड्ढों का शहर !!

रोड डॉक्टर मशीन से सड़कों को समतल करने का कार्य बेहद धीमी गति से किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर कंपनी को नोटिस जारी किया गया था। कंपनी तेज गति से काम करने के लिए शहर में 2 और मशीनें लेकर आई है। कहीं-कहीं खराब पैचवर्क की भी जानकारी मिली

PUBLISHED BY – LISHA DHIGE

रायपुर ।। रोड डॉक्टर मशीन से सड़कों को समतल करने का कार्य बेहद धीमी गति से किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर कंपनी को नोटिस जारी किया गया था। कंपनी तेज गति से काम करने के लिए शहर में 2 और मशीनें लेकर आई है। कहीं-कहीं खराब पैचवर्क की भी जानकारी मिली है। इसके लिए मौके का निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों की टीम भेजी जाएगी।

photo -@socialmedia

The work of leveling the roads with the road doctor machine is being done at a very slow pace. On receipt of the complaint notice was issued to the company. The company has brought 2 more machines to the city to work at a faster pace. Bad patchwork has also been reported at some places. For this, a team of officers will be sent to inspect the spot.

इस साल कंपनी को 3000 गड्ढों का पैचवर्क करना था। यानी एक गड्ढे को पाटने के लिए 10000 रुपये। 10 महीने बीत चुके हैं और कंपनी को अभी 1500 पैच वर्क पूरा करना है। अब 2 महीने में 1500 से ज्यादा पैचवर्क पूरा करने का लक्ष्य है। इस पर नाराजगी जताते हुए निगम ने ठेका देने वाली कंपनी पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाने की बात कही थी. इसके बाद 2 और मशीनों का ऑर्डर दिया गया है। हालांकि अभी भी मशीनें जिस रफ्तार से काम कर रही हैं, उसे देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि काम समय पर पूरा हो जाएगा। नया साल शुरू होते ही फिर से नया ठेका और जनहित के नाम पर एक बार फिर करोड़ों रुपये जलाए जाएंगे. कंपनी का दावा है कि एक बार पैचवर्क हो जाने के बाद उस जगह पर पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं है। मैगजीन ने जब इन दावों की पड़ताल की तो कुछ और ही हकीकत सामने आई।

This year the company was to do patchwork of 3000 pits. That is, 10000 rupees to bridge a pit. 10 months have passed and the company is yet to complete 1500 patch works. Now the target is to complete more than 1500 patchwork in 2 months. Expressing displeasure over this, the corporation had said to impose a fine of Rs 25 lakh on the contracting company. After this 2 more machines have been ordered.However, considering the speed at which the machines are still working, it is difficult to say that the work will be completed on time. At the beginning of the new year, once again crores of rupees will be burnt in the name of new contract and public interest. The company claims that once the patchwork is done, there is no need to look back at that place. When the magazine investigated these claims, something else came to the fore.

रोड डॉक्टर मशीन से सड़कों को समतल करने का कार्य बेहद धीमी गति से किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर कंपनी को नोटिस जारी किया गया था। कंपनी तेज गति से काम करने के लिए शहर में 2 और मशीनें लेकर आई है। कहीं-कहीं खराब पैचवर्क की भी जानकारी मिली है। इसके लिए मौके का निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों की टीम भेजी जाएगी। जहां भी पैचवर्क खराब पाया जाएगा, उसे दोबारा काम करने के लिए कहा जाएगा। कंपनी को केवल उन्हीं पैचवर्क का भुगतान किया जाएगा जहां काम ठीक से किया गया है।

The work of leveling the roads with the road doctor machine is being done at a very slow pace. On receipt of the complaint notice was issued to the company. The company has brought 2 more machines to the city to work at a faster pace. Bad patchwork has also been reported at some places.For this, a team of officers will be sent to inspect the spot. Wherever patchwork is found defective, it will be asked to do the work again. The company will be paid only those patchwork where the work is done properly.

जहां पैचवर्क, वहां सड़कों का बैलेंस बिगड़ा

रोड डॉक्टर मशीन के जरिए पैचवर्क करने वाली कंपनी का दावा है कि काम पूरा होने के बाद भी सड़कें बनी रहेंगी। यानी समान। हालांकि शहर में जहां पैच वर्क हो चुका है, वहीं सड़कों का संतुलन बिगड़ गया है. यानी कहीं सड़क ऊंची तो कहीं नीची। इन सड़कों से गुजरने के दौरान दोपहिया वाहन उछल-कूद कर रहे हैं जबकि चार पहिया वाहन भी धक्के खा रहे हैं. यही हाल नगर निगम के आसपास की सड़कों का है।

The company doing patchwork through the road doctor machine claims that even after the completion of the work, the roads will remain intact. That is, similar. However, where patch work has been done in the city, the balance of the roads has deteriorated. That is, somewhere the road is high and somewhere low. While passing through these roads, two wheelers are jumping while four wheelers are also banging. The same is the case with the roads around the Municipal Corporation.

हल्की बारिश में ही धूल रहा करोड़ों रुपए का काम

फाफडीह में रोड डॉक्टर मशीन ने एक माह पहले ही पैचवर्क किया है। मैगजीन ने मौके का मुआयना किया तो पता चला कि अभी से पैचवर्क खराब होने लगा है। साइड रोड से पैचवर्क शुरू हो गया है। बीच में 3 से 4 इंच का गैप होता है। आपको बता दें, कंपनी ने दावा किया था कि एक बार सड़क उखड़ सकती है, लेकिन पैचवर्क वही रहेगा। यह नजारा घंटाघर के सामने आसपास के इलाकों में भी आम है।

Road doctor machine in Fafdih has done patchwork only a month ago. When the magazine inspected the spot, it came to know that the patchwork has started deteriorating from now on. Patchwork has started from the side road. There is a gap of 3 to 4 inches in the middle. Let us tell you, the company had claimed that the road may crumble once, but the patchwork will remain the same. This sight is also common in the surrounding areas in front of the clock tower.

गली और मोहल्लों में हर साल नए गड्ढे

शहर में पिछले तीन वर्षों में विभिन्न योजनाओं के तहत कई क्षेत्रों में सड़कों की खुदाई की गई। बारिश के बाद डामर उखड़ गया और सड़कें पहले से भी बदतर हो गईं। कटोरा तालाब, तेलीबांधा, श्याम नगर समेत कई इलाकों की गलियों में इस साल कुछ जगहों पर पैचवर्क हुआ। सभी पैच फटे हुए थे। करोड़ों के इस काम की गुणवत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये एक भी बारिश को सहन नहीं कर पा रहे हैं.

Roads were excavated in several areas in the city under various schemes in the last three years. The asphalt crumbled after the rain and the roads became worse than before. Patchwork took place at some places this year in the streets of many areas including Katora Talab, Telibandha, Shyam Nagar. All the patches were torn. The quality of this work of crores can be gauged from the fact that they are not able to bear even a single rain.

bulandmedia

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