रायपुर । विकसित छत्तीसगढ़ विजन 2047 की संकल्पना को साकार करने के लिए शुक्रवार को कलेक्टर ड गौरव सिंह ने जिला अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश वर्ष 2047 में कैसा हो, इस पर विचार करे । इसके लिए विभिन्न क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ समाजिक संस्था विशेषज्ञ से चर्चा कीजिए, एक कार्ययोजना बनाया जाए। कलेक्टर ने कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना, अन्य क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ कों वर्ष-2047 में किस स्थान पर पहंुचाना है और छत्तीसगढ़ के विकास पर मंथन करें।
कलेक्टर ने कहा कि महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग विशेष विशेषज्ञों कों बुला गोष्ठी आयोजन करें और यह विजन तैयार करें कि आने वाले समय में हमारे राज्य को नए स्वरूप में कैसे देखना चाहते हैं। विभाग क्या-क्या करना चाहते हैं इसके लिए सभी विभागों को पत्र प्रेषित किए जा चुके हैं। 26 जून तक ऑनलाईन क्यूआर के माध्यम से या फिर कार्यालय मेें उपस्थित होकर भी जमा कर सकते हैं।
बैठक में योजना अधिकारी प्राची मिश्रा ने बताया कि विकसित छत्तीसगढ़ 2047 की संकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए कार्योजना बनाई जानी है। इसके लिए प्रमुख नौ विभाग द्वारा निर्धारित इंडीकेटर को आधार बनाकर 5 वर्ष 10 वर्ष और 25 वर्ष जैसे लघु, मध्यम और दीर्घकालीन योजनाएं बनाई जानी हैं। आम जनता के लिए नागरिक पोर्टल मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़ भी लांच किया जा चुका हैं। जिसमें 30 जुलाई तक विभिन्न नागारिक आम जनता अपने सुझाव सीधे साझा कर सकते है।
उल्लेखनीय है कि स्वस्थ छत्तीसगढ़, सुखी छत्तीसगढ़, फ्यूचर रेडी प्रतिभाशाली छत्तीसगढ़, स्थायी समुदाय-सतत उत्पादन और उपभोग, कला और संस्कृति की नई पहचान, सुपरफूड्स शक्ति, उद्योग की नई परिभाषा, प्राकृतिक औषधालय, स्थानीय उत्पाद वैश्विक पहचान, आईटी का नया गढ़, प्रकृति से संस्कृति तक, जुड़ता छत्तीसगढ़, बदलता छत्तीसगढ़, सरल सुरक्षित छत्तीसगढ़ इत्यादि बिंदुओं को आधार बनाकर कार्ययोजना बनाई जानी है। बैठक में नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विश्वदीप सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।